Weaver-Family
जॉन डाल्टन (6 सितंबर, 1766 - 7 जुलाई, 1844)
एक अंग्रेज़ वैज्ञानिक थे। इन्होंने पदार्थ
की रचना सम्बन्धी सिद्धान्त का प्रतिपादन किया जो 'डाल्टन के परमाणु सिद्धान्त' के नाम से प्रचलित
है।
डाल्टन का जन्म सन् 1766 में इंग्लैंड के एक गरीब जुलाहा-परिवार (Weaver-Family) में हुआ था। बारह वर्ष की आयु में उन्होंने एक शिक्षक के रूप में
अपनी जीविका शुरू की। सात साल बाद वह एक स्कूल के प्रिंसिपल बन गए। सन् 1793 में जॉन कालेज में
गणित, भौतिकी एवं रसायन शास्त्र पढ़ाने वेफ लिए मैनचेस्टर चले गए। वहाँ पर
उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय शिक्षण एवं शोधकार्य में व्यतीत किया। सन 1808 में इन्होंने अपने
परमाणु सिद्धांत को प्रस्तुत किया, जो द्रव्यों के अध्ययन के लिए एक
महत्वपूर्ण सिद्धांत साबित हुआ।
डाल्टन का परमाणु सिद्धान्त
डाल्टन ने द्रव्यों की प्रकृति के
बारे में एक आधारभूत सिद्धांत प्रस्तुत किया। डाल्टन ने द्रव्यों की विभाज्यता का
विचार प्रदान किया जिसे उस समय तक दार्शनिकता माना जाता था। ग्रीक दार्शनिकों के
द्वारा द्रव्यों के सूक्ष्मतम अविभाज्य कण, जिसे परमाणु नाम दिया था, उसे डाल्टन ने भी परमाणु नाम दिया। डाल्टन
का यह सिद्धांत रासायनिक संयोजन के नियमों पर आधरित था। डाल्टन के परमाणु सिद्धांत
ने द्रव्यमान के संरक्षण के नियम एवं निश्चित अनुपात के नियम की युक्तिसंगत
व्याख्या की। डाल्टन के परमाणु सिद्धांत के अनुसार सभी द्रव्य चाहे तत्व, यौगिक या मिश्रण हो, सूक्ष्म कणों से
बने होते हैं जिन्हें परमाणु कहते हैं।
Daya Ram Singh Bhamra
Social worker of Bhuiyar community
Haridwar
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